दतिया, बालाघाट, ग्वालियर ग्रामीण, बीना, सेमरिया, टिमरनी और मंदसौर सीट पर ही मिली जीत
विधानसभा चुनाव 2023 में दिग्विजय सिंह ने 69 सीटों की कमान संभाली। छह माह के भीतर एक-एक सीट का दौरा किया। कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके चुनाव की तैयारी की। आपसी मतभेद भुलाकर उनसे पार्टी के लिए काम में जुटने का संकल्प दिलाया पर यह सफल नहीं हुआ। भाजपा की तरह कांग्रेस ने भी कठिन मानी जाने वाली सीटों को चिह्नित किया। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की रणनीति विफल हो गई, क्योंकि उन्हें 69 सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिनमें से महज सात सीटें जीतने में ही पार्टी को कामयाबी मिली। बाकी की 62 सीटों पर कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा।
लगातार छह चुनाव से पिछोर विधानसभा सीट से जीत रहे केपी सिंह को शिवपुरी भेजा जाना भारी पड़ा। वे अपना चुनाव तो हारे ही पिछोर सीट भी कांग्रेस के हाथ से चली गई।