मध्य प्रदेश के जबलपुर रेल मंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी से तंग होकर कर्मचारी ने मंडल कार्यालय में ही सुसाइड का प्रयास किया कर्मचारी ने डिप्रेशन की 20 गोलियां खा ली। कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे मजदूर संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कर्मचारी को रेलवे हास्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे निजी अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
जबलपुर मंडल के टेली एंड कम्यूनिकेशन विभाग के मुखिया सीनियर डीएसटी विराट गुप्ता पर विभाग के ही हेल्पर आशीष शर्मा ने जबरन परेशान करने का आरोप लगाया। उसका कहना था कि सीनियर डीएसटी ने पहले उसका तबादला नरसिंहपुर से कटनी-सिंगरौली रेल खंड में कर दिया, फिर मकान खाली करने को कहा और वेतन भी बंद कर दिया। इतना ही नहीं जब इससे भी बात नहीं बनी तो उन्होंने उसे चार्जशीट पकड़ा दी, जिससे तनाव में आकर उसने डिप्रेशन की कई गोली खा ली।
पश्चिम मध्य रेलवे के कई रेल अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व में कुछ अधिकारियों ने अपने कर्मचारियों को परेशान करने के लिए कभी उनका तबादला कर दिया तो कभी उनकी ड्यूटी का समय ही बदल दिया। इससे भी बात नहीं बनी तो उनकी जांच भी बैठा दी। इसको लेकर कई बार मजदूर संघ और एम्प्लाइज यूनियन के कर्मचारियों ने विरोध भी किया। एक बार फिर अधिकारी द्वारा कर्मचारी को प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है।
कर्मचारी, ड्यूटी पर नहीं आता था, जिसके बाद स्थानीय कर्मचारियों की शिकायत पर उसका तबादला किया गया। वह वहां भी नहीं आया, जिसकी जांच के लिए उसे चार्टशीट दी गई थी। उसे किसी तरह से प्रताड़ित नहीं किया गया।- राहुल श्रीवास्तव, सीपीआरओ, पमरे