December 23, 2024
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सिटी टुडे। भारत के दिग्गज क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी ने 77 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया. 22 गज की पिच पर कलाई के जादू से विरोधियों पर भारी पड़ने वाले इस बेहतरीन खिलाड़ी ने टीम इंडिया की कप्तानी भी की. इस भारतीय स्पिनर के कई किस्से आज भी क्रिकेट फैंस याद करते हैं. एक ऐसा ही किस्सा 45 साल पहले का है, जब बिशन सिंह बेदी की कप्तानी में टीम इंडिया पाकिस्तान के दौरे पर गई थी. इस मैच में बेदी इतने गुस्से में आ गए थे कि उन्होंने मैच खेलने से इनकार कर दिया और पाकिस्तान को जीत गिफ्ट में दे दी थी. चलिए उस ऐतिहासिक मैच की पूरी कहानी बताते हैं.

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बाएं हाथ के देश के महानतम स्पिनर बिशन सिंह बेदी को अपनी हाजिर जवाबी और बेबाक रवैए के लिए जाना जाता था. बिशन सिंह बेदी विवादों में भी काफी रहे. बता दें कि भारत के पूर्व कप्तान और बाएं हाथ के देश के महानतम स्पिनर बिशन सिंह बेदी का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को निधन हो गया. बिशन सिंह बेदी को 1976 में भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान बनाया गया. बिशन सिंह बेदी मंसूर अली खान पटौदी के बाद कप्तान बने थे.

बिशन सिंह बेदी दुनिया के ऐसे पहले कप्तान थे, जिन्होंने टीम के जीत के करीब होने के बावजूद गलत अंपायरिंग का विरोध करके मैच गंवा दिया था. यह 3 नवंबर 1978 की घटना है, जब भारत को पाकिस्तान के खिलाफ साहिवाल में खेले जा रहे वनडे मैच में 14 गेंद पर 23 रन की जरूरत थी और उसके 8 विकेट बचे हुए थे. पाकिस्तान के तेज गेंदबाज सरफराज नवाज ने तब लगातार चार बाउंसर डाले और अंपायर ने उनमें से एक को भी वाइड करार नहीं दिया. इसके विरोध में बिशन सिंह बेदी ने अपने बल्लेबाजों को वापस बुला दिया था और भारत यह मैच हार गया. 

जीता-जिताया मैच ‘भीख’ में दिया

जबकि भारत के पास आठ विकेट बचे थे और उसे जीत के लिए 14 गेंदों पर सिर्फ 23 रन चाहिये थे. इसे लेकर उनकी आलोचना हुई थी. टर्बनेटर के नाम से हरभजन सिंह लोकप्रिय हैं, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि बेदी देश के पहले ‘टर्बनेटर’ थे. बेदी को यह नाम सत्तर के दशक में दर्शकों ने दिया था. बेदी को हमेशा एक रंगीन पटका पहनते थे, इसलिए उन्हें टर्बनेटर कहा जाता था. बिशन सिंह बेदी ने करियर में 67 टेस्ट खेले इसमें उन्होंने 27.81 की औसत से 266 विकेट हासिल किए जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया तब वे सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय थे. बेदी ने 22 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी भी की.

वैसलीन का उपयोग करने पर आपत्ति

बेदी साहब का भी विवादों से पुराना नाता रहा. अपनी बेबाक टिप्पणियों के कारण वह जब तब विवादों में भी फंसते रहे. वह 1976-77 में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जान लीवर के वैसलीन का उपयोग करने पर आपत्ति जताने और 1976 में वेस्टइंडीज की खौफनाक गेंदबाजी के कारण किंग्सटन में भारत की दूसरी पारी समाप्त घोषित करने के कारण भी चर्चा में रहे थे. बेदी ने 15 साल की उम्र में उत्तरी पंजाब की तरफ से 1961-62 में रणजी ट्राफी में डेब्यू किया और बाद में वह दिल्ली की तरफ खेले. विकेट निकालने में वह माहिर थे और इसलिए कभी उनका तीर खाली नहीं जाता था. एक समय नार्थम्पटनशर को उन्होंने काउंटी क्रिकेट में खासी सफलता दिलाई थी.

एक्टर अंगद सिंह के पिता और नेहा धूपिया के ससुर है बिशन सिंह

बिशन सिंह बेदी एक्टर अंगद बेदी के पिता और एक्ट्रेस नेहा धूपिया के ससुर थे. बिशन सिंह का जन्म 25 सितंबर 1946 को अमृतसर पंजाब में हुआ था. उन्होंने अपना क्रिकेट करियर 1966 में शुरू किया था और 1979 तक उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने सक्सेसफुल क्रिकेट के करियर में उन्होंने 67 टेस्ट मैच खेले और 266 विकेट्स लिए. इसके अलावा उन्होंने 10 ODIs में 7 विकेट लिए थे. वो ग्रेट इंडियन स्पिनर थे. बिशन सिंह बेदी के निधन से क्रिकेट जगत में शोक की लहर है.

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